आज हम आपको Class 2 Short Moral Stories in Hindi उपलब्ध कराने जा रहे हैं। इन Moral Stories in Hindi को खासतौर पर कक्षा दूसरी में पढ़ रहे बच्चों के लिए बनाया गया है। यह Class 2 moral stories बच्चों को नैतिकता का पाठ सिखाएंगे और साथ ही साथ उनका मनोरंजन भी कराएंगे।
बचपन से ही बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ उनका मानसिक विकास भी होना जरूरी है, जिसके लिए यह नैतिक कहानियां लाभदायक साबित होंगी। तो चलिए जानते हैं उन Class 2 moral stories के बारे में।
Class 2 Short Moral Stories in Hindi
लोमड़ी की चतुराई (Class 2 moral stories in hindi)
एक गांव के पास एक घना जंगल था। उस जंगल में एक ख़तरनाक शेर रहता था, जो गांव के अंदर आकर हर दिन भेड़, बकरी और गायों को पकड़कर उन्हें अपना भोजन बना लिया करता था।
कभी-कभी तो वो गांव में रह रहे कुछ लोगों पर भी हमला कर देता था, जिससे सभी गांव वाले बहुत परेशान रहते थे।
एक दिन सभी गांव वालों ने मिलकर उस शेर को पकड़कर एक पिंजरे में बंद करके रख दिया। अब वो शेर पिंजरे में बंद पड़ा था, और कई दिनों से उसने कुछ भी खाना नहीं खाया था।
वो शेर पिंजरे में ही अपने आस-पास से जाते हुए लोगों से विनती करता रहता था कि मुझे यहाँ से निकल दो, अब मैं यहाँ से चले जाऊंगा और कभी किसी पे हमला नहीं करूँगा। पर किसी ने भी उस शेर की नहीं सुनी और उसे पिंजरे में बंद रहने दिया।
एक दिन उस रास्ते से एक नेक इंसान जा रहा था। उसने शेर की विनती को सुन लिया और उस पिंजरे को खोलने के लिए तैयार हो गया। पर उसने शेर से एक वचन लिया की वो बाहर आकर यहाँ से कही दूर चले जायेगा।
शेर ने उस इंसान को यह वचन दे दिया। लेकिन पिंजरे से बाहर आते ही शेर ने कहा – मैं बहुत दिनों से भूखा हूँ, मैं सबसे पहले तुझे ही खाऊंगा। वह इंसान डर जाता है। पर यह सब बातें वहाँ पर एक लोमड़ी छुप के सुन रहा था।
उस लोमड़ी ने इंसान की जान बचाने के लिए शेर से पूछा कि – तुम इतने छोटे पिंजरे से बाहर कैसे आये? फिर वो शेर खुद ही पिंजरे में चला गया कि देखो मैं इस तरह पिंजरे में बंद था।
फिर लोमड़ी ने तुरंत ही उस पिंजरे के दरवाजे को बंद कर दिया और उस इंसान की जान बच गयी।
“हमे अपने किये हुए वादे को हमेशा निभाना चाहिए।”
सपने देखने की गलती (Short moral stories in hindi for class 2 with pictures)
एक समय की बात है, एक गांव में दूध बेचने वाली लड़की रहती थी, जिसका नाम रोशनी था। रोशनी पुरे गांव में दूध बेचने के कारण प्रसिद्ध थी।
हर दिन वह अपनी गायों का दूध निकालती और उसे बेचकर ही पैसे कमाती थी, जिससे उसके परिवार का गुजारा चलता था।
एक दिन की बात है वह हर सुबह की तरह अपनी गायों का दूध निकलकर, बाल्टियों में भरकर उसे बेचने के लिए बाजार की तरफ चल पड़ी। तभी रास्ते में चलते-चलते वह दिन में ही सपने देखने लग गयी।
वह सपने में देखने लगी कि यह सब दूध बेचने के बाद जब उसे पैसे मिलेंगे तो वह उन पैसो का क्या करेगी।
उसने सपने में ही सोचा कि जब दूध बेचकर उसे पैसे मिलेंगे तो वह कुछ मुर्गियों को खरीद कर ले आएगी। वे मुर्गियाँ जो अंडे देंगी उन्हें बेचकर वह आगे ओर पैसा कमाएगी।
फिर वो उन पैसों सो से आगे बकरियाँ खरीदेगी, और उन्हें बेचकर खूब पैसे कमाएगी। जिसके बाद वो और भी सपने देखने लग गयी जैसे की वो आगे एक बड़ा घर बनाएगी, एक बेकरी की दुकान खोलेगी ओर भी तरह-तरह के सपने देखने लग गयी।
सपने देखने के बीच वो अपने दूध को भूल गयी थी और उसके दूध की बाल्टी में से दूध गिरने लग गया था। आगे चलते-चलते जब उसे थोड़ा होश आया तो उसने देखा कि बाल्टी में से उसका सारा दूध नीचे गिर गया था और दूध की बाल्टी आधी से ज्यादा खाली हो गयी थी।
यह सब देखकर रोशनी रोने लग गयी और उसे अपनी गलती पे पछतावा होने लगा।
“जीवन में सफलता पाने के लिए काम करना पड़ता है, दिन में सपने देखने से सफलता नहीं मिलती है।”
भरोसेमंद दोस्त (Class 2 short moral stories in hindi with pictures)
एक बार की बात है, एक शहर में मोहित नाम का लड़का रहता था। मोहित दूसरी कक्षा में पढता था और एक बहुत ही अच्छा लड़का था।
मोहित हर दिन स्कूल जाते समय अपने साथ 2 रोटियां अधिक लेकर जाता था, क्योंकि स्कूल के रास्ते में एक मंदिर पड़ता था। उस मंदिर के बाहर एक प्यारी गाय बैठती थी, जिसे हर दिन मोहित रोटी खिलाया करता था और उसके बाद ही वो स्कूल जाता था।
वह कभी भी उस गाय को रोटी खिलाना नहीं भूलता था। कई बार तो जब वो स्कूल के लिए लेट भी हो रहा हो तब भी वो उस गाय को रोटी जरूर खिलाता था।जिसके कारण कई बार उसे उसकी टीचर से डाँट भी पड़ जाती थी।
मोहित जब भी उस गाय के पास जाता तो वो गाय बहुत ज्यादा खुश हो जाती थी, और मोहित भी उसे देख कर बहुत खुश होता था। इसी कारण दोनों के बीच बहुत गहरी दोस्ती हो गयी थी।
एक दिन, दोपहर के समय में मोहित बाजार से कुछ सामान लेकर अपने घर जा रहा था। तब कुछ लड़कों ने उसे रास्ते में परेशान करना शुरू कर दिया और उसका सामान छीनने लगे।
उसी समय मोहित को संकट में देखकर उसकी दोस्त गाय वहाँ पर आ गयी। जो लड़के मोहित को परेशान कर रहे थे, गाय ने उनके पीछे तेजी से दौड़ना शुरू कर दिया।
वे सभी लड़के गाय को अपनी तरफ आते देखकर डर गए और वहाँ से भाग गए। फिर मोहित ने उस गाय को गले लगाया और धन्यवाद किया।
“संकट में सच्चे मित्र ही काम आते हैं।”