Lalchi Kutta Story in Hindi with Moral | लालची कुत्ते की कहानी

आज हम आपको रॉकी नाम के लालची कुत्ते की कहानी (Lalchi Kutta Story in Hindi) के बारे में एक दिलचस्प कहानी बताएँगे। वह एक शरारती पिल्ला था, जो एक छोटे से गाँव में रहता था। लेकिन क्या आप जानते हैं? रॉकी में एक ही बुराई थी – वह लालची बहुत था।

हमेशा अधिक से अधिक खाने के लालच में वह दूसरों के घर जा कर खाने की चीजें चोरी करता था। लेकिन एक दिन, कुछ ऐसा हुआ जिसने रॉकी का जीवन बदल दिया और उसे लालची होने के नुकसान के बारे में एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया। इस लेख में आप पाएंगे greedy dog story in hindi written.

तो, आराम से बैठिए, और हम आपको “lalchi kutte ki kahani” की साहसिक यात्रा पर ले चलते हैं।

Lalchi Kutta Story in Hindi with Moral

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में, रॉकी नाम का एक शरारती कुत्ता रहता था। रॉकी को बच्चों के साथ खेलना और पूरे दिन तितलियों का पीछा करना बहुत पसंद था। लेकिन उसकी एक बात ख़राब थी की वह बहुत लालची था।

चाहे उसके पास कितना भी खाना हो, वह हमेशा और अधिक चाहता था। वह अक्सर लोगों के बगीचों में घुस जाता था और उनकी खाने की चीज़ें चुराने की कोशिश करता था।

एक दिन, जब रॉकी गाँव से गुजर रहा था, उसे किसी स्वादिष्ट चीज़ की महक आई। वह महक एक बेकरी की दुकान से आ रहा था। बेकरी वाले ने अभी-अभी ओवन से स्वादिष्ट ब्रेड निकाला था।

रॉकी अपने लालच को रोक नहीं पाया और उसके लालची दिल ने एक ब्रेड चुराने का फैसला किया। रॉकी चुपके से एक खुली हुयी खिड़की से दुकान में प्रवेश करता है।

जैसे ही वह काउंटर पर ब्रेड के लिए पहुंचा, उसने गलती से बर्तनों का ढेर गिरा दिया, जिससे की जोर से खड़खड़ाने की आवाज आई। रॉकी उस आवाज से डर गया और भागने की जल्दी में उसने ब्रेड का एक टुकड़ा उठाया और दुकान से बाहर चला गया।

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जैसे ही वह भागा, रॉकी ने अपने पीछे बेकरी वाले की गुस्से भरी आवाज सुनी, “रुको, चोर! मेरी ब्रेड के साथ यहाँ वापस आओ!” रॉकी घबरा गया और उतनी तेजी से भागा जितनी तेज़ी से वह भाग सकता था।

जैसे ही रॉकी एक गाँव के किनारे पर पहुँचा, उसने एक तालाब में अपना परछाई देखा। उसने एक अजीब चीज देखी। उसने देखा की वहाँ एक और कुत्ता था, जिसके मुँह में ब्रेड था।

उसने सोचा कि यह कोई दूसरा कुत्ता है, जिसके मुंह में ब्रेड है। यह सोच कर वह सामने वाले कुत्ते पर गुर्राने लगा और उसे ब्रेड छोड़ने के लिए बोलने लगा।

उसे आश्चर्य हुआ, जब दूसरा कुत्ता भी गुर्राने लगा। यह देखकर रॉकी को अपना मुँह खोलना पड़ा। जिसके कारण अचानक से उसके मुँह में रखी ब्रेड फिसल गई और छपाक से पानी में गिर गई।

रॉकी का परछाई गायब हो जाता है, और उसे पता चलता है कि यह हमेशा से उसका अपना ही परछाई था। लालची रॉकी ने चुराई हुई ब्रेड खो दी थी और उसे अपने लालच पर बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई।

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गाँव के लोग, जो यह सब कुछ देख रहे थे, निराशा से अपना सिर हिलाने लगे। जो बच्चे रॉकी के साथ खेलते थे, वे अब परेशान और उदास हो गए।

रॉकी ने उस दिन एक महत्वपूर्ण सबक सीखा था – लालच करने से केवल परेशानी और दुःख मिलता है। उसने बेकरी वाले से माफ़ी मांगी और वादा किया कि वह फिर कभी चोरी नहीं करेगा।

उस दिन से, रॉकी ने अपना लालची स्वाभाव छोड़ दिया। उसने अपना खाना दूसरे जानवरों के साथ बाँटना शुरू कर दिया और अपनी दयालु स्वाभाव के लिए जाना जाने लगा।

गांव वालों ने रॉकी को उसकी गलती के लिए माफ कर दिया और बच्चे फिर से उसके साथ खेलने लगे। रॉकी को एहसास हुआ कि असली खुशी उसके पास जो कुछ है उसमें संतुष्ट रहने और उसे दूसरों के साथ बाँटने से मिलती है।

और इस प्रकार, lalchi kutte ki kahani पूरे गाँव में फैल गई, जिसने सभी को, खासकर बच्चों को, लालच के नुकसानों के बारे में एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया।

 

“सच्ची खुशी आपके पास जो कुछ है, उसमें संतुष्ट रहने और दूसरों को चीजें बाँटने से आती है”

 

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FAQs related to Greedy Dog Story in Hindi 

रॉकी को लालची इसलिए बोला जाता था क्योंकि वह कभी अपने खाने से संतुष्ट नहीं होता था और दूसरों के घर खाने की चीजें चोरी करने जाता था।
रॉकी बेकरी शॉप से एक ब्रेड का टुकड़ा चुरा के भागा था।
रॉकी ने गांव के किनारे पहुंचने के बाद तालाब में अपनी परछाई देखी। वह अपनी परछाई को देखकर यह समझने लगा कि वह कोई दूसरा कुत्ता है जिसके मुंह में ब्रेड है।
रॉकी को शर्मिंदगी महसूस होने लगी और पछतावा होने लगा। उसे यह एहसास हुआ कि उसके लालच की वजह से उसने ब्रेड को खो दिया।

 

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